Friday, June 18, 2010

मेरे छत्तीसगढ़ का हाल

छत्तीसगढ़ की धरती का क्या कहें हम हाल ....
यहाँ तो यारों गरीब फटेहाल है और मंत्री अधिकारी मालामाल





शांति के इस टापू पर आज नक्सलवाद जा जाल है ........
जय जोहर कहने वाले कहते सलाम लाल हैं






छत्तीसगढ़ में भ्रस्टाचारी मदमस्त और आम आदमी कंगाल है ......
धन के कटोरे में ब्लेक में बिकता चावल दाल है






अभी तो पकड़ा गया सिर्फ एक बाबु - लाल है
न जाने अभी इस धरती पर और कितने बाबु - लाल हैं





आज छत्तीसगढ़ की दो करोड़ जनता पुच रही है सिर्फ एक ही सवाल
की कब यह पावन धरा बनेगा शांत समृद्ध और खुशहाल

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