
समस्त आत्मीय जनों को आपके अपने गौरव शर्मा "भारतीय" की ओर से सादर प्रणाम !!
सर्वप्रथम आप सभी को मै हर्ष के साथ यह सुखद समाचार देना चाहता हूँ कि आप सभी के सहयोग एवं आशीर्वाद से "अभियान भारतीय" को अब तक लगभग १७००० सन्देश प्राप्त हो चुके हैं तथा इसकी लोकप्रियता में निरंतर वृद्धि जारी हैं|मै "अभियान भारतीय" को स्वीकारने उसे अपना समर्थन मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद प्रदान करने के लिए आप सभी के प्रति सादर आभार व्यक्त करता हूँ |
आज मै किसी महत्वपूर्ण विषय पर अपना राय अभिव्यक्त करने या किसी गंभीर विषय पर चिंतन करने के लिए नहीं वरन एक अतिमहत्वपूर्ण सख्शियत के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हूँ , यह पोस्ट मै आदरणीय एस. एम्. हबीब साहब के प्रति सादर आभार व्यक्त करते हुए उन्हें समर्पित कर उनसे मुझे अनवरत प्राप्त स्नेह, आशीर्वाद, सहयोग एवं मार्गदर्शन के लिए उनका शुक्रिया शब्दों में अदा करने का असंभव प्रयास कर रहा हूँ | हबीब साहब एक बहुआयामी प्रतिभावान सौम्य एवं सरल व्यक्तित्वा का नाम है जो एक कुशल चित्रकार ह्रदय स्पर्शिर लेखक, कवी के साथ साथ नेकदिल इन्सान भी हैं, सच कहूँ तो हबीब साहब के व्यक्तित्वा और क्रितित्वा को रेखांकित कर पाना मुझ जैसे अकिंचन के लिए कतई संभव नहीं है|
आज जन जन के ह्रदय मेंअपना स्थान बना चुकी "अभियान भारतीय" मेरी एक कल्पना ही तो थी और मैंने कभी स्वप्न में भी नहीं सोचा था कि लोगों का इतना अधिक स्नेह सहयोग एवं समर्थन हमें "अभियान भारतीय के माध्यम से मिल सकता है| बिना किसी रूपरेखा एवं योजना के मै महज एक कल्पना के साथ आदरणीय हबीब साहब के पास पहुंचा और उन्हें अपनी इच्छा से अवगत कराया तो न केवल उन्होंने मेरा उत्साह बढाया, मुझे मार्गदर्शन प्रदान किया वरन एक कल्पना को मूर्त रूप देने के लिए दिन रत एक कर "सन्देश पुस्तिका" के रूप में इस अभियान के आधार का निर्माण कर एक कार्ययोजना तथा रूपरेखा का निर्धारण उन्होंने किया| यह सन्देश पुस्तिका ही आज "अभियान भारतीय" कि पहचान है, और अभियान को जन जन तक पहुँचाने का माध्यम है| मुझे आप सभी को यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि इसका संयोजन एवं संपादन भी स्वयं हबीब साहब ने ही किया है| कहना व्यर्थ न होगा कि अगर हबीब साहब का आशीर्वाद और सहयोग हमें न मिलता तो शायद "अभियान भारतीय" कि कल्पना केवल कल्पना ही रह जाती |
मै ईश्वर से परम आदरणीय हबीब साहब के स्वस्थ समृद्ध एवं दीर्घायु जीवन कि प्रार्थना करता हूँ एवं आदरणीय हबीब साहब से सादर आग्रह करता हूँ कि आप अपना आशीर्वाद मय हाथ सदा मेरे सर पर बनायें रखें और आपका स्नेह और आशीर्वाद मुझमे निरंतर नविन उत्साह का संचार करता रहे ........वन्दे मातरम !!